कल बिहार के सारण ज़िले में एक गाँव धर्मा सती स्कूल के 25 बच्चों की मृत्यु मध्याह्न भोजन लेने से हो गई. मध्याह्न-भोज एक ऐसा नौटंकी है जिसके कारण ना सिर्फ़ ईंधन,रसोइया,अन्न-मसालों की जुगार करनी पड़ती है बल्कि बच्चों से बेगारी भी ली जाती है. समय और शिक्षण दोनों प्रभावित होते हैं. ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार इन योजनाओं का अनिवार्य अंग है.
सरकार को चाहिए कि डिब्बे-बंद बिस्किट्स, केक, दूध के बने सामान, चॉकलेट, सूखे फल स्कूल के बच्चों में वितरित करे.
पता नहीं इसमें शामिल भ्रष्ट लोगों को दंड मिलेगा या नहीं.
सरकार को चाहिए कि डिब्बे-बंद बिस्किट्स, केक, दूध के बने सामान, चॉकलेट, सूखे फल स्कूल के बच्चों में वितरित करे.
पता नहीं इसमें शामिल भ्रष्ट लोगों को दंड मिलेगा या नहीं.
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